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आचार संहिता के बावजूद अवैध तरीके से हों रहा हैं बालू का परिचालन, प्रशासन मौन जिम्मेदार कौन?

 रात के अंधेरे में भी बासलोई नदी की सीना चीर बालू की ढुलाई जारी?

धनंजय साहा 🖋️

पाकुड़: अमड़ापाड़ा के बसलोई नदी से बीते कुछ महीनो से लगातार दिन के उजाले के साथ- साथ रात के अंधेरे में भी अवैध तरीकों से बालू की ढुलाई चल रहीं हैं। उक्त सूत्रों के मुताबिक अमड़ापाड़ा के बरमसिया स्थित बालूघाटों में माफिया रात में अंधेरा होते ही ट्रैक्टर गाड़ी घुसाकर नदी का सीना चीर अत्यधिक मात्रा में गाड़ी को ठसम- ठस करके ट्रैक्टर को पूरी तरह से बालू से ओवरलोड कर अंधेरे में ही अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के रास्तों से लिट्टीपाड़ा थाना क्षेत्र से होते हुए चितलाफ्रोम के रास्ते से सरसा, बीचामहल, बादलचौक होते हुए अलग-अलग क्षेत्र में ले जाकर बालू माफिया अवैध तरीके से पैसा कमा रहे हैं। कई बालू माफिया एनजीटी लगने का सूचना मिलते ही अभी से ही माफिया बालू को अवैध तरीके से स्टोर करना शुरू कर दिए हैं ताकि एनजीटी लगने के बाद वह स्टोर बालू को डाला बराबर अत्यधिक मूल्यों में बेचने की मनसा रखें है।

बीना माइनिंग का इस तरह बालू की धुलाई के कारण सरकार को राजस्व में क्षति होते दिख रही हैं और इस संबंध में आचार संहिता यानि चुनाव के इस माहौल में प्रशासन गहरी नींद में सोते हुए दिख रहीं है। अगर संबंधित थाना क्षेत्र के पुलिस प्रशासन ईमानदारी पूर्वक कार्यवाई करेगी तो यह सब इस तरह से हो रहे अवैध बालू की ढुलाई थम सकती है।


क्या कहते हैं लिट्टीपाड़ा थाना प्रभारी?

इस संबंध में आपके मध्यम से सूचना प्राप्त हुई हैं। तो इसमें कार्यवाई की जाएगी, लिट्टीपाड़ा पुलिस के माध्यम से इसमें अविलम्भ कार्यवाई होगी।

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